JHARIA coil fire video

ज़रा धयान से देखे इस फोटो को आप को क्या नज़र आया इस फोटो में ? यह एक लड़की नहीं . यह झरिया की धरती माँ है जो झरिया के आग को बुझाने को कह रही है पर अब एस आग पर काबू पाना बहुत मुस्किल है . यह फोटो झरिया के एक कोयला खदान में खुदाई करते समय यह फोटो लिया गया था . झरिया के भूमिगत में बहुत कोयला है . और उस कोयले में बहुत भयानक आग लगी हुई है . और यह फोटो उस खदान की आग से ही बनी है, आईये जानते झरिया के बारे में कोयला क्षेत्र आग झरिया एक कोयला क्षेत्र की आग के लिए प्रसिद्ध है जो आग एक सदी से भूमिगत में जल रही है । 1916 में पहली बार आग का पता चला था। अभिलेखों के मुताबिक, यह सेठ खोरा रामजी चावड़ा (1860-1923) की खा-झरिया खानों थी, जो भारतीय कोलमैनों की अग्रणी थी, जिनकी खानें 1930 में भूमिगत आग में गिरने के लिए सबसे पहले थीं। उनकी दो खदानों, खास झरिया और गोल्डन झरिया, जो अधिकतम 260 फुट गहरी शाफ्ट पर काम कर रहे थे, अब कुख्यात भूमिगत आग के कारण ढह गई, जिसमें उनके घर और बंगला भी 8 नवंबर 1930 को ढह गए...